नयी दिल्ली, चार जून (भाषा) सरकार ने अपने तीसरे अनुमान में फसल वर्ष 2023-24 (जुलाई-जून) के लिए गेहूं उत्पादन अनुमान को संशोधित कर रिकॉर्ड 11 करोड़ 29.2 लाख टन कर दिया है।
कृषि मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि उत्पादन, जिसे दूसरे अनुमान से 9.1 लाख टन ऊपर की ओर संशोधित किया गया है, वह फसल वर्ष 2022-23 में हासिल किए गए 11 करोड़ 5.5 लाख टन के पिछले रिकॉर्ड उच्च स्तर से भी अधिक है।
मुख्य रबी (सर्दियों) की फसल गेहूं की कटाई हो चुकी है और केंद्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 2.6 करोड़ टन से अधिक की खरीद पहले ही की जा चुकी है।
अपने तीसरे अनुमान में, कृषि मंत्रालय ने फसल वर्ष 2023-24 के लिए चावल उत्पादन में पिछले फसल वर्ष के 13 करोड़ 57.5 लाख टन से बढ़कर 13 करोड़ 67 लाख टन होने का अनुमान लगाया है।
हालांकि, कुल खाद्यान्न उत्पादन वर्ष 2022-23 में प्राप्त स्तर की तुलना में थोड़ा कम यानी 32 करोड़ 88.5 लाख टन होने का अनुमान है। लेकिन पिछले पांच वर्षों के औसत 30 करोड़ 77.5 लाख टन से 2.11 करोड़ टन अधिक है।
दालों में, अरहर का उत्पादन पिछले साल के 33.1 लाख टन से बढ़कर 33.8 लाख टन होने का अनुमान है। मसूर का उत्पादन पिछले वर्ष के 15.5 लाख टन की तुलना में 17.5 लाख टन होने का अनुमान है।
तिलहन के मामले में सोयाबीन का उत्पादन एक करोड़ 30.5 लाख टन और रैपसरसों बीज का उत्पादन एक करोड़ 31.6 लाख टन होने का अनुमान है।
नकदी फसलों में, कपास का उत्पादन तीन करोड़ 25.2 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) अनुमानित है और फसल वर्ष 2023-24 में गन्ने का उत्पादन 44 करोड़ 25.2 लाख टन होने का अनुमान है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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