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सरकार वाहन उद्योग की न्यायसंगत मांगों पर गौर करने को तैयारः सचिव

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नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) सरकार ने वाहन उद्योग को बृहस्पतिवार को आश्वस्त किया कि वह उनकी न्यायसंगत और सरकारी नीति से मेल खाने वाली मांगों को पूरा करने के लिए तैयार है।

उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अनुराग जैन ने वाहन विनिर्माता कंपनियों के संगठन सियाम की सालाना बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार वाहन उद्योग की मांगों पर हर तरह से विचार करने के लिए तैयार है।

जैन ने कहा, ‘‘सरकार आपकी बात सुनने को तैयार है। कृपया हमारे पास आइए और अपनी समस्याएं बताइए। अगर आपकी मांगें न्यायसंगत हुईं तो मुझ पर यकीन कीजिए, हम उतनी ही रफ्तार से आपके साथ बढ़ेंगे।’’

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कुछ दिन पहले उद्योग जगत से यह सवाल पूछा था कि किस कारण से वह विनिर्माण में निवेश से हिचक रहे हैं जबकि विदेशी निवेशक भारत में अपना भरोसा दिखा रहे हैं।

डीपीआईआईटी सचिव ने कहा कि पश्चिमी दुनिया में मंदी की आहट और अनिश्चत भू-राजनीतिक हालात की दोहरी चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार और उद्योग जगत दोनों को मिलकर काम करना होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘इसी समय में एक अवसर और उम्मीद की एक किरण भी दिख रही है। इस बदलती हुई भू-राजनीतिक स्थिति और आपूर्ति शृंखला के ढांचे में बदलाव होने से दुनियाभर में निवेश के फैसले भी किए जा रहे हैं। अगले 12 से 24 महीने निवेश के लिए खासे अहम होने वाले हैं।’’

उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में सरकार अपनी तरफ से उठाए जा सकने वाले कदमों की चर्चा कर रही है लेकिन उद्योग की भूमिका कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘उद्योग को यह सुनिश्चित करना होगा कि निवेश संबंधी निर्णय अनुकूल ढंग से लिए जाएं और देश में निवेश का प्रवाह बढ़े।’’

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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