नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) सरकार दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों से विदेश यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक निर्बाध आव्रजन प्रक्रिया लागू करने पर विचार कर रही है, जिससे यात्री चुनिंदा मूल हवाई अड्डों पर ही अपना आव्रजन पूरा कर सकेंगे।
नागर विमानन मंत्रालय द्वारा विचाराधीन यह योजना प्रमुख भारतीय हवाई अड्डों को अंतरराष्ट्रीय विमानन केंद्र बनाने के प्रयासों का हिस्सा है और इससे यात्रियों का स्थानांतरण अधिक सुचारू और सहज होगा।
नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने ‘पीटीआई-भाषा’ के सवाल के जवाब में शनिवार को कहा कि भारत को अंतरराष्ट्रीय विमानन केंद्र बनाने के प्रयासों के पहले चरण में मंत्रालय ने दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों को चुना है।
नायडू ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति सूरत से दिल्ली के रास्ते लंदन के लिए उड़ान भर रहा है, तो क्या वह सूरत में आव्रजन प्रक्रिया पूरी कर सकता है, और फिर टर्मिनल से बाहर निकले बिना दिल्ली से उड़ान ले सकता है।
उन्होंने कहा, ”ये कुछ ऐसे कदम हैं जिन पर हम काम कर रहे हैं, जहां यात्री भले ही किसी अन्य स्थान से आ रहा हो और देश के बाहर यात्रा करना चाहता हो, वह केंद्र गंतव्य तक आ सकता है और बिना किसी अन्य आव्रजन प्रक्रिया के वहां से यात्रा कर सकता है।
भाषा योगेश पाण्डेय
पाण्डेय
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