नयी दिल्ली, 23 मार्च (भाषा) सरकार ने हाइड्रोफ्लोरोकॉर्बन्स के निर्यात पर अंकुश लगा दिया है। यह कदम घरेलू बाजार में इसकी उपलब्धता बढ़ाने के लिए उठाया गया है। इस रसायन का इस्तेमाल रेफ्रिजरेशन और एयर-कंडीशनिंग क्षेत्र में होता है।
अब निर्यातकों को हाइड्रोफ्लोरोकॉर्बन्स (एचएफसी) के निर्यात के लिए सरकार की अनुमति लेनी होगी।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने बुधवार को एक अधिसूचना में कहा, ‘‘हाइड्रोफ्लोरोकॉर्बन्स के लिए निर्यात नीति को तत्काल प्रभाव से मुक्त से अंकुश की श्रेणी में संशोधित किया गया है। इसके निर्यात के लिए पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) लेने की जरूरत होगी।’’
यह कदम इस दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सरकार ने फ्रिज, एसी और वॉशिंग मशीन (व्हाइट गुड्स) के लिए 6,238 करोड़ रुपये की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना की घोषणा की है। पीएलआई योजना का उद्देश्य एसी और एलईडी लाइट के लिए कलपुर्जों तथा उप-असेंबली के विनिर्माण को प्रोत्साहन देना है।
इससे पहले इसी महीने सरकार ने एचएफसी के आयात पर भी इसी तरह के अंकुश लगाए थे।
भाषा अजय अजय रमण
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