मुंबई, 28 फरवरी (भाषा) केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने शुक्रवार को घरेलू कोयला उत्पादन में तेजी लाने, आयात निर्भरता को कम करने और टिकाऊ खनन प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
सरकार ने यह भी घोषणा की कि बहुत जल्द शुरू होने वाली आगामी 12वें दौर की नीलामी में भूमिगत खदानों को भी शामिल किया जाएगा, जिसके लिए अतिरिक्त वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाएगा।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि निवेश के अवसरों और वाणिज्यिक कोयला खदानों पर यहां आयोजित एक ‘रोड-शो’ में रेड्डी ने यह भी कहा कि कि (नरेन्द्र) मोदी सरकार मांग-आपूर्ति के अंतर को पाटने तथा निजी और वाणिज्यिक, दोनों उपभोक्ताओं के लिए निर्बाध कोयला उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है।
‘रोड शो’ निजी क्षेत्र की भागीदारी में तेजी लाने, घरेलू कोयला उत्पादन को बढ़ाने और टिकाऊ खनन प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीतिक मंच के रूप में कार्य करता है।
इसमें नीतिगत सुधारों, व्यापार करने में आसानी और प्रौद्योगिकी प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिससे पर्यावरणीय स्थिरता और दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए भारत के कोयला क्षेत्र की पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि हुई।
बयान के अनुसार, मंत्री ने भारत की आर्थिक प्रगति, विशेषकर ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा औद्योगिक एवं विद्युत क्षेत्र की बढ़ती मांगों को पूरा करने में कोयले की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया।
उन्होंने घरेलू कोयला उत्पादन में तेजी लाने, आयात पर निर्भरता कम करने तथा टिकाऊ खनन प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
भाषा अनुराग रमण
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