नयी दिल्ली, सात मार्च (भाषा) सरकार ने कोयला क्षेत्र से आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए उत्पादन बढ़ाने को कहा है।
कोयला मंत्रालय के ‘आजादी का महोत्सव’ के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोयला, खान एवं रेल राज्यमंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने सोमवार को कहा कि कोयला खानों के आसपास रहने वाले लोगों के संरक्षण के लिए टिकाऊ खनन को सुनिश्चित किया जाना जरूरी है।
कोयला मंत्रालय के मुताबिक, इस कार्यक्रम में केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुए।
इस मौके पर दानवे ने कहा कि कोयला क्षेत्र को अपना उत्पादन और बढ़ाने की जरूरत है, जिससे आयात कम किया जा सके और देश की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाया जा सके। मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कोयला कंपनियों को अपने सामाजिक दायित्वों को पूरा करना चाहिए और पर्यावरण तथा कोयला खानों के आसपास रहने वाले लोगों का संरक्षण सुनिश्चित करना चाहिए।
इस मौके पर कोयला सचिव अनिल कुमार जैन ने कहा कि नए अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम की वजह से वैश्विक स्तर पर कोयला ओर अन्य ईंधनों के दाम बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल कोल इंडिया देश की बिजली क्षेत्र की अधिकांश जरूरतों को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए कोकिंग कोयले का उत्पादन और बढ़ाने की जरूरत है।
कोयले का इस्तेमाल बिजली संयंत्रों में बिजली उत्पादन को ईंधन के रूप में होता है। वहीं कोकिंग कोयला इस्पात विनिर्माण का प्रमुख कच्चा माल है। भारत अपनी कोकिंग कोयले की 85 प्रतिशत जरूरत आयात से पूरी करता है।
भाषा अजय अजय प्रेम
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