मुंबई, पांच फरवरी (भाषा) बीते साल यानी 2024 में वैश्विक स्तर पर सोने की मांग काफी हद तक स्थिर रही है। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल वैश्विक स्तर पर सोने की मांग मामूली एक प्रतिशत बढ़कर 4,974 टन रही।
इसका मुख्य कारण ऊंची कीमतें, कमजोर आर्थिक वृद्धि और बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं के बाद आभूषणों की मांग में गिरावट आना है।
डब्ल्यूजीसी की 2024 में सोने की मांग के रुख पर रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2023 में कुल सोने की मांग 4,945.9 टन रही।
डब्ल्यूजीसी की वरिष्ठ बाजार विश्लेषक लुइस स्ट्रीट ने बयान में कहा, ‘‘वर्ष 2024 में पहली तिमाही में केंद्रीय बैंकों की मांग मजबूत रही, साल के मध्य में नरमी के बाद चौथी तिमाही मजबूत प्रदर्शन के साथ समाप्त हुई।’’
रिपोर्ट के अनुसार, लगातार तीसरे वर्ष, केंद्रीय बैंकों ने उसी गति से सोना खरीदना जारी रखा और वर्ष 2024 में 1,044.6 टन सोना खरीदा, जबकि वर्ष 2023 में 1,050.8 टन सोना खरीदा था। इसमें नेशनल बैंक ऑफ पोलैंड ने 90 टन सोना खरीदा था।
रिपोर्ट के अनुसार, चौथी तिमाही में इसमें उल्लेखनीय वृद्धि हुई और यह 333 टन पर पहुंच गया।
वैश्विक निवेश मांग में साल-दर-साल 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 1,179.5 टन हो गई – जो चार साल का उच्चतम स्तर है – जबकि वर्ष 2023 में यह 945.5 टन थी।
भाषा राजेश राजेश अजय
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