चेन्नई, 13 जून (भाषा) ड्रोन विनिर्माता गरुड़ एयरोस्पेस ने कल-पुर्जों सहित अत्याधुनिक मानव रहित हवाई प्रणाली को डिजाइन और विनिर्माण के लिए शहर के पास एक कृषि-ड्रोन संयंत्र लगाया है। यह संयंत्र पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित है। एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
यह संयंत्र अपनी तरह का पहला कदम है, जो चेन्नई के पास स्थित गरुड़ एयरोस्पेस की मौजूदा विनिर्माण इकाई की क्षमता को बढ़ाता है और ड्रोन विनिर्माण को आगे बढ़ाने की दिशा में एक बड़ी छलांग है। संयंत्र में विनिर्मित उत्पादों में सात उप-प्रणालियां (मानव रहित हवाई प्रणाली की), 33 कलपुर्जे शामिल हैं।
शहर के पास थलांबूर में 35,000 वर्ग फुट में फैले इस अत्याधुनिक संयंत्र का उद्घाटन बृहस्पतिवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने किया।
गरुड़ एयरोस्पेस ने देश भर में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग भागीदारों के सहयोग से स्थापित 300 उत्कृष्टता केंद्र भी शुरू किए हैं। यह ड्रोन नवाचार, अनुसंधान और कौशल विकास को बढ़ावा देगा।
इस अवसर पर ड्रोन संचालन पर कौशल बढ़ाने के उद्देश्य से एक ट्रेन-द-ट्रेनर कार्यक्रम भी शुरू किया गया।
गरुड़ एयरोस्पेस के संस्थापक और सीईओ अग्निश्वर जयप्रकाश ने यहां एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘हमारी नई कृषि-ड्रोन स्वदेशी संयंत्र 33 से अधिक विभिन्न कलपुर्जों और सात उप-प्रणालियों के विनिर्माण के लिए पूरी तरह से सक्षम है। यह आत्मनिर्भरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन सभी प्रयासों और पहलों ने गरुड़ एयरोस्पेस को भारत के सबसे मूल्यवान ड्रोन स्टार्टअप में से एक बना दिया है, जिसकी वैश्विक उपस्थिति तेजी से बढ़ रही है।’’
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