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इस महीने से अब मासिक आधार पर जारी होगा श्रमबल सर्वेक्षण का आंकड़ा

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नयी दिल्ली, 14 मई (भाषा) सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के तहत आने वाला राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) इस महीने से आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के रूप में मासिक रोजगार संख्या जारी करना शुरू कर देगा।

एनएसओ की तरफ से पीएलएफएस का पहला आंकड़ा अप्रैल, 2025 के लिए जारी किया जाएगा।

इसके अलावा, पीएलएफएस के तिमाही आंकड़े अब ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के लिए अलग-अलग और ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के लिए संयुक्त रूप से जारी किए जाएंगे।

फिलहाल श्रम बल सर्वेक्षण को तिमाही और सालाना आधार पर जारी किया जाता है।

आधिकारिक बयान के मुताबिक, अप्रैल, 2025 के लिए पीएलएफएस का पहला मासिक बुलेटिन इस साल मई में जारी होने वाला है।

अप्रैल-जून की तिमाही के लिए ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों को लेने वाले पीएलएफ के पहले तिमाही बुलेटिन को अगस्त, 2025 में जारी किया जाएगा।

बयान के मुताबिक, एनएसओ के सर्वेक्षणों को बढ़ाने के उद्देश्य से उच्च-आवृत्ति वाले श्रम बाजार संकेतकों की जरूरत को ध्यान में रखने के लिए जनवरी, 2025 से पीएलएफ के नमूना डिजाइन को फिर से बदल दिया गया है।

संशोधित पीएलएफएस की परिकल्पना प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान लगाने के लिए की गई है। इसमें मौजूदा साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में अखिल भारतीय स्तर पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए मासिक आधार पर श्रम बल भागीदारी दर, श्रमिकों का जनसंख्या अनुपात, बेरोजगारी दर शामिल हैं।

नया श्रमबल सर्वेक्षण ग्रामीण क्षेत्रों के लिए तिमाही आंकड़ों का विस्तार करेगा और इस तरह देश स्तर के साथ प्रमुख राज्यों के लिए तिमाही अनुमान पेश करेगा।

यह सालाना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सामान्य स्थिति और साप्ताहिक स्थिति दोनों में महत्वपूर्ण रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का भी अनुमान लगाएगा।

पीएलएफएस की शुरुआत 2017 में की गई थी। वर्ष 2024 तक पीएलएफएस के 25 तिमाही बुलेटिन जारी किए गए थे।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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