मुंबई, छह जून (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को कहा कि धोखाधड़ी से प्रभावित इंडसइंड बैंक अब अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
उन्होंने कहा कि बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुमंत कठपालिया के इस्तीफे को जवाबदेही के नजरिेये से काफी हद तक पर्याप्त कदम माना जाना चाहिए।
आरबीआई ने यह भी कहा कि बैंक ने उथल-पुथल भरे दौर में सभी नियामकीय निर्देशों का अनुपालन किया है।
मल्होत्रा ने कहा, ”बैंक के एमडी एवं सीईओ ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया। इसलिए, मुझे लगा कि यह काफी हद तक पर्याप्त है। क्या आप उम्मीद करते हैं कि सभी बोर्ड सदस्यों को (इस्तीफा दे देना चाहिए)… मुझे लगता है कि एमडी और सीईओ ने जिम्मेदारी ली है, जो बोर्ड के सदस्य भी हैं। यानी जिम्मेदारी बोर्ड के स्तर पर ली गई।”
हालांकि गवर्नर ने यह स्पष्ट किया कि आरबीआई बैंक के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने से नहीं कतराएगा और अगर कोई आपराधिक मामला सामने आता है तो कानून अपना काम करेगा।
इंडसइंड बैंक पिछली कुछ तिमाहियों से चुनौतियों का सामना कर रहा है, और हाल में लेखांकन में चूक की बात सामने आई थी। बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 2,329 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जो उसके इतिहास का सबसे खराब तिमाही प्रदर्शन है।
मल्होत्रा ने यहां आरबीआई मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ”मुझे लगता है कि बैंक ने अपने लेखांकन और अन्य प्रथाओं को बेहतर बनाने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं और कुल मिलाकर, मुझे लगता है कि यह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।”
बैंकिंग प्रणाली के बहुत मजबूत होने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, और अगर इनकी संख्या बहुत कम हो, तो बहुत अधिक परेशान नहीं होना चाहिए।
इस मामले में डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे ने कहा कि अब अंतरिम प्रबंधन के अधीन संचालित हो रहे इंडसइंड बैंक ने पिछले कुछ महीनों में सभी नियामकीय मांगों को पूरा किया है।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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