नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) भारत ने बेहतर मानसून के पूर्वानुमान पर जुलाई से शुरू होने वाले फसल वर्ष 2025-26 में 35 करोड़ 46.4 लाख टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
चालू फसल वर्ष 2024-25 (जुलाई-जून) में सरकार ने 34 करोड़ 15.5 लाख टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा था। खाद्यान्न में धान, गेहूं, मोटे अनाज और दलहनें शामिल हैं।
चालू फसल वर्ष 2024-25 के खरीफ और रबी सत्र में देश का खाद्यान्न उत्पादन पहले ही 33 करोड़ 9.2 लाख टन तक पहुंच चुका है। ग्रीष्मकालीन (जायद) बुवाई के लिए उत्पादन अनुमान अभी जारी नहीं किए गए हैं।
फरवरी से जून के बीच बोए जाने वाले ग्रीष्म ऋतु (जायद) में खाद्यान्न उत्पादन, जो रबी की कटाई और खरीफ की बुवाई के मौसम के बीच होता है, वर्ष 2023-24 में 1.65 करोड़ टन रहा।
खाद्यान्नों में, सरकार ने फसल वर्ष 2025-26 के लिए 14 करोड़ 73.5 लाख टन चावल उत्पादन का लक्ष्य रखा है। धान तीनों मौसमों में उगाया जाता है।
देश में वर्ष 2024-25 के खरीफ और रबी सत्र में 13 करोड़ 64.4 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है और ग्रीष्म (जायद) सत्र के अनुमान जारी होने के बाद यह संख्या बढ़ जाएगी।
अधिकारी ने कहा कि केवल रबी (सर्दियों) के मौसम में उगाए जाने वाले गेहूं के लिए, अगले फसल वर्ष के लिए उत्पादन लक्ष्य 11 करोड़ 74 लाख टन निर्धारित किया गया है, जबकि मौजूदा फसल वर्ष 2024-25 में कुल उत्पादन 11 करोड़ 54.3 लाख टन अनुमानित है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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