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Saturday, 27 April, 2024
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महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए वित्तीय समावेशन जरूरी: ठाकुर

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नयी दिल्ली, 29 मार्च (भाषा) केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को महिला उद्यमियों से कहा कि वे डिजिटल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर छोटे व्यवसाय को मजबूत बनाने और बदलाव का अगुवा बनने में मदद करें।

फिक्की लेडीज ऑर्गेनाइजेशन (एफएलओ) के 40वें वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण को प्राप्त करने के लिए वित्तीय समावेशन और डिजिटल होना महत्वपूर्ण है।

ठाकुर ने कहा, “महिलाओं को आर्थिक वृद्धि का एक बड़ा हिस्सा बनना चाहिए। महिलाओं को सशक्त बनाना, उनकी चिंताओं को दूर करना और उनकी आवाज को उठाना वर्तमान सरकार की प्राथमिकता है।”

उन्होंने कहा कि 1.2 लाख स्टार्टअप और 110 यूनिकॉर्न के साथ भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र है।

एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली स्टार्टअप कंपनी को यूनिकॉर्न कहा जाता है।

उन्होंने कहा, “अगले तीन साल में जब भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर होगा तो महिलाओं का योगदान कहीं अधिक होगा।”

उन्होंने कहा, “महिलाओं द्वारा उन्नत प्रौद्योगिकियों और कृत्रिम मेधा (एआई) को अपनाना छोटे व्यवसायों के लिए उनकी मजबूत क्षमता के निर्माण में वृद्धि के माध्यम के रूप में काम कर सकता है।”

उन्होंने कहा कि छोटे व्यवसायों के डिजिटल होने पर वे बदलावों के अनुरूप खुद को ढाल सकेंगे और अपने परिचालन को जारी रख सकेंगे।

भाषा अनुराग अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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