नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (भाषा) मलेशिया में पाम-पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट जारी रहने के बीच स्थानीय बाजार में बुधवार को समग्र कारोबारी धारणा प्रभावित रही और अधिकांश तेल-तिलहनों के दाम गिरावट दर्शाते बंद हुए। कारोबारी धारणा प्रभावित होने की वजह से सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल कीमतें हानि के साथ बंद हुईं। इसके इतर मूंगफली तेल-तिलहन और सोयाबीन तिलहन के दाम स्थिर बने रहे।
दोपहर 3.30 बजे मलेशिया एक्सचेंज में 1.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट थी। जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में भी गिरावट है।
बाजार सूत्रों ने कहा कि कुछ प्रवक्ता निरंतर मलेशिया एक्सचेंज में तेजी आने का कयास लगा रहे थे जो संभवत: सट्टेबाजी के विचार से प्रेरित था। लेकिन उनके अनुमानों के विपरीत बाजार निरंतर टूटता ही जा रहा है। एक ओर बाजार मंदी की चपेट में पहले ही था अब इस स्थिति के बाद भी आयातक लागत से नीचे दाम पर पाम-पामोलीन (डेढ़ प्रतिशत) और सोयाबीन डीगम (लगभग 2.5 प्रतिशत) बेच रहे हैं। इससे अंतत: बैंकों के कर्ज के डूबने का खतरा दिखता है।
उन्होंने कहा कि ऐसे प्रवक्ताओं को देश के तेल-तिलहन उद्योग की बिगड़ती हालत के बारे में कभी चर्चा करते नहीं देखा जाता कि इसे कैसे संभाला जाये। उनकी चिंता मलेशिया के बाजार और पाम-पामोलीन के दाम की घट-बढ़ तक सिमटना उचित नहीं है।
सूत्रों ने कहा कि दाम ऊंचा होने और लिवाली अपेक्षा के अनुकूल नहीं होने के कारण सरसों तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट है। लागत से कम दाम पर सौदों की बिकवाली करने से सोयाबीन तेल कीमतों में गिरावट रही। मलेशिया एक्सचेंज टूटने और आयातकों द्वारा लागत से कम दाम पर बिकवाली करने से पाम-पामोलीन तेल कीमतों में भी गिरावट रही। बाजार धारणा बिगड़ने के कारण बिनौला तेल में भी गिरावट दर्ज हुई।
सामान्य और सुस्त कामकाज के बीच मूंगफली तेल-तिलहन तथा सोयाबीन तिलहन के दाम स्थिर बने रहे।
सूत्रों ने कहा कि सोपा के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल एक अक्टूबर को देश में सोयाबीन का स्टॉक करीब आठ लाख 94 हजार टन का था। लेकिन इस वर्ष एक अक्टूबर को देश में सोयाबीन का स्टॉक घटकर चार लाख 66 हजार टन रह गया है। स्टॉक घटने के बावजूद सोयाबीन का बाजार नहीं बढ़ रहा है। यह स्थिति देशी तेल-तिलहनों का बाजार विकसित करने की ओर हम सभी का ध्यान खींचता है।
तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:
सरसों तिलहन – 6,950-7,000 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली – 5,750-6,125 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 13,800 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,265-2,565 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 14,550 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 2,445-2,545 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 2,445-2,580 रुपये प्रति टिन।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,250 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,950 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 10,100 रुपये प्रति क्विंटल।
सीपीओ एक्स-कांडला- 11,700 रुपये प्रति क्विंटल।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,350 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,400 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन एक्स- कांडला- 12,350 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।
सोयाबीन दाना – 4,400-4,450 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन लूज- 4,100-4,200 रुपये प्रति क्विंटल।
भाषा राजेश राजेश अजय
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