नयी दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा) वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच देश का निर्यात जुलाई में 7.29 प्रतिशत बढ़कर 37.24 अरब डॉलर हो गया लेकिन आयात बढ़ने से व्यापार घाटा आठ महीने के उच्चतम स्तर 27.35 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में देश का वस्तु निर्यात दो महीने की लगातार गिरावट के बाद रफ्तार पकड़ते हुए 37.24 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने देश का आयात भी 8.6 प्रतिशत बढ़कर 64.59 अरब डॉलर हो गया।
इस वजह से व्यापार घाटा यानी निर्यात एवं आयात के बीच का फासला 27.35 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो नवंबर, 2024 के बाद सबसे अधिक है।
वित्त वर्ष 2025-26 के पहले चार महीनों (अप्रैल-जुलाई) में निर्यात 3.07 प्रतिशत बढ़कर 149.2 अरब डॉलर पर पहुंच गया जबकि आयात 5.36 प्रतिशत बढ़कर 244.01 अरब डॉलर पर पहुंचा।
इस तरह चार महीने की अवधि में कुल व्यापार घाटा 94.81 अरब डॉलर दर्ज किया गया।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने इन आंकड़ों पर कहा कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद देश का वस्तु एवं सेवा निर्यात काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
बर्थवाल ने कहा की वैश्विक निर्यात वृद्धि की तुलना में भारत का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
निर्यात के बेहतर आंकड़ों के पीछे इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, रत्न एवं आभूषण, दवा और रसायन क्षेत्रों का बड़ा योगदान रहा है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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