नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) उद्यम पूंजी कंपनी एक्सेल हाल ही में घोषित 65 करोड़ अमेरिकी डॉलर के कोष का उपयोग अगले दो-तीन साल में कृत्रिम मेधा (एआई) और प्रौद्योगिकी-आधारित औद्योगिकीकरण पर केंद्रित स्टार्टअप को समर्थन देने के लिए करेगी।
एक्सेल के भागीदार प्रशांत प्रकाश ने यह जानकारी देते हुए कहा कि आज के दौर में उद्यमियों के पास असीमित संभावनाएं हैं।
कंपनी की नजर इस साल 20-25 स्टार्टअप निवेश पर है, और वह भारत के बढ़ते नवाचार परिदृश्य का लाभ उठाने के लिए तेजी से प्रयास कर रही है।
प्रकाश ने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘यदि आप एक स्टार्टअप उद्यमी हैं, तो शुरुआत करने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। स्टार्टअप जिन क्षेत्रों को प्रभावित कर रहे हैं, उनकी संख्या भी 10 गुना है… यह अधिक बहुआयामी और बहुक्षेत्रीय है।’’
उन्होंने कहा कि ऐसे में उन लोगों के लिए बहुत सारे अवसर हैं, जो यह कल्पना करने की क्षमता रखते हैं कि भारत और दुनिया को किन उत्पादों की आवश्यकता है।
प्रकाश ने कहा कि हालांकि अमेरिकी शुल्क का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है, लेकिन भारत में खुद को आईपी-आधारित नवाचार और उच्च मूल्य वाले विनिर्माण के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की मजबूत क्षमता है।
उन्होंने कहा कि खासतौर से रक्षा, इलेक्ट्रिक वाहन, वैमानिकी और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में ऐसे अवसर हैं।
उन्होंने कहा कि भारत अपनी प्रतिभा के विशाल भंडार, स्टार्टअप परिवेश और नवाचार तथा रणनीतिक सहयोग के जरिये वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में शामिल होने की बढ़ती क्षमता के बल पर ऐसा कर सकता है।
प्रकाश को इस साल की शुरुआत में पद्म श्री सम्मान मिला था। उन्होंने कहा कि भारतीय स्टार्टअप कोविड के बाद परिपक्व हो गए हैं और वृद्धि तथा मुनाफे के बीच एक मजबूत संतुलन बना रहे हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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