नयी दिल्ली, एक मार्च (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय की शाखा व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने लैमिनेट्स में इस्तेमाल होने वाले मेलामाइन के यूरोपीय संघ, जापान, कतर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से होने वाले आयात पर डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की अनुशंसा की है।
डीजीटीआर ने सस्ती दरों पर आयात होने वाली खेप से घरेलू उद्योग को संरक्षण देने के लिए यह कदम उठाया है। महानिदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा कि सस्ती दरों पर मेलामाइन के आयात किए जाने की शिकायतें मिलने के बाद की गई पड़ताल के बाद डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश की गई है।
डीजीटीआर ने अपनी जांच में पाया था कि इन देशों से मेलामाइन के आयात की मात्रा वास्तविक एवं सापेक्षिक दोनों संदर्भों में बढ़ गयी है। डंपिंग आयात की वजह से घरेलू उद्योग को नुकसान पहुंचने की स्थिति बनती देखी गई।
महानिदेशालय ने इन देशों से मेलामाइन के आयात पर 119 डॉलर प्रति टन और 428 डॉलर प्रति टन के दायरे में डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की अनुशंसा की है। इस सिफारिश के आधार पर वित्त मंत्रालय तीन महीने के भीतर डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने के बारे में अंतिम निर्णय करता है।
गुजरात स्टेट फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स ने डीजीटीआर को सौंपे अपने आवेदन में कहा था कि यूरोपीय संघ, जापान, कतर और यूएई से आयात किए जाने वाले मेलामाइन पर डंपिंग संबंधी आरोपों की पड़ताल की जाए।
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