नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) चालू कैलेंडर साल के पहले नौ माह (जनवरी-सितंबर) के दौरान भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में इक्विटी निवेश 46 प्रतिशत बढ़कर 8.9 अरब डॉलर पर पहुंच गया। रियल एस्टेट क्षेत्र की परामर्श कंपनी सीबीआरई ने यह जानकारी दी।
इक्विटी निवेश में निजी इक्विटी कोष, पेंशन कोष, सॉवरेन संपदा कोष, संस्थागत निवेशक, रियल एस्टेट डेवलपर्स, रियल एस्टेट कोष-सह-डेवलपर्स, निवेश बैंक, कॉरपोरेट समूह और रीट आदि शामिल हैं।
आंकड़ों के अनुसार, 2018 में रियल एस्टेट क्षेत्र में इक्विटी निवेश 5.8 अरब डॉलर था; 2019 में 6.4 अरब डॉलर; 2020 में छह अरब डॉलर; 2021 में 5.9 अरब डॉलर; 2022 में 7.8 अरब डॉलर; और 2023 में 7.4 अरब डॉलर रहा।
सीबीआरई के भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अंशुमान मैगजीन ने कहा कि जून तिमाही के दौरान पूंजी निवेश में पुनरुत्थान के कारण भारत के रियल एस्टेट बाजार में निवेश गतिविधियां जनवरी-सितंबर, 2024 में एक नए शिखर पर पहुंच गईं।
जुलाई-सितंबर, 2024 की अवधि के दौरान रियल एस्टेट में इक्विटी निवेश 2.6 अरब डॉलर रहा।
जुलाई-सितंबर, 2024 में इक्विटी पूंजी प्रवाह में लगभग 79 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ घरेलू निवेशकों (मुख्य रूप से डेवलपर्स) ने बढ़त हासिल की।
भाषा अनुराग अजय
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