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Friday, 15 November, 2024
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ऊर्जा बदलाव से 2050 तक 32 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे : भगवंत खुबा

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नयी दिल्ली, 22 मार्च (भाषा) नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री भगवंत खुबा ने बिजली की बढ़ती मांग के मद्देनजर ऊर्जा बदलाव की जरूरत पर जोर दिया है। खुबा ने मंगलवार को कहा कि इससे अंतत: 2050 तक 32 लाख रोजगार के अवसरों के सृजन में मदद मिलेगी।

खुबा ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत-भारत को नवीकरणीय ऊर्जा का विनिर्माण केंद्र बनाना’ विषय पर आयोजित किए जाने वाले हाइब्रिड सम्मेलन और डिजिटल प्रदर्शनी के तीसरे संस्करण के बारे में जानकारी देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘‘ऊर्जा बदलाव बढ़ती मांग को पूरा करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम है। इससे अर्थव्यवस्था में रोजगार सृजन में मदद मिल सकती है। अंतत: इससे 2050 तक 32 लाख लोगों को रोजगार दिया जा सकता है।’’

उन्होंने कहा कि ऊर्जा बदलाव से आयातित ईंधन पर निर्भरता कम हो सकेगी। इससे व्यापार संतुलन की स्थिति सुधरेगी और ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) के उत्सर्जन में कमी लाई जा सकेगी।

मंत्री ने कहा कि आर्थिक वृद्धि, बढ़ती समृद्धि, शहरीकरण की बढ़ती दर और प्रति व्यक्ति ऊर्जा की खपत में वृद्धि की वजह से देश में ऊर्जा की मांग बढ़ रही है।

खुबा ने कहा, ‘‘वैश्विक अर्थव्यवस्था महामारी के बाद उबर रही है। मैं आप सभी का आह्वान करता हूं कि इस अवसर का लाभ उठाएं और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को नए सिरे से परिभाषित करें जिससे भारत को शुद्ध ऊर्जा निर्यातक बनाया जा सके।’’

इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत में ब्राजील के राजदूत आंद्रे अरान्हा कोरियो डो लोगो ने कहा कि हम भारत को सौर पैनल के संभावित विनिर्माण निर्यात भागीदार के रूप में देखते हैं। उन्होंने कहा कि ब्राजील का इरादा 52,000 मेगावॉट सौर की स्थापना करना है।

उन्होंने कहा कि भारत एथनॉल ईंधन के साथ ब्राजील के अनुभव का लाभ उठा सकता है और अपने उद्योग को बढ़ावा दे सकता है।

भाषा अजय अजय रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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