नयी दिल्ली, पांच अप्रैल (भाषा) जलवायु परिवर्तन समाधान उपलब्ध कराने वाली ईकेआई एनर्जी सर्विसेज ने मंगलवार को कहा कि उसकी सहयोगी कंपनी जीएचजी रिडक्शन टेक्नोलॉजीज ने नासिक संयंत्र में ईंधन बचाने वाले रसोई गैस स्टोव का उत्पादन शुरू कर दिया है।
ईकेआई ने एक बयान में कहा कि ‘अग्निका’ नाम के इस संवर्धित रसोई स्टोव (आईसीएस) से ग्रामीण परिवारों को कम ईंधन खपत वाला भोजन बनाने का विकल्प मिल सकेगा।
कंपनी के मुताबिक, इस स्टोव को चरणबद्ध तरीके से पहले भारत के ग्रामीण इलाकों में पहुंचाया जाएगा। फिर इसे दुनिया के अन्य इलाकों में भी पहुंचाने की योजना है। खासतौर पर दूरदराज वाले इलाकों में स्थित घरों को खाना पकाने के परंपरागत तरीकों से निजात दिलाने पर जोर रहेगा।
ईकेआई ने कहा कि इसी साल गठित की गई सहयोगी इकाई जीएचजी रीडक्शन टेक्नोलॉजीज के नासिक संयंत्र ने यह स्टोव बनाने का काम शुरू कर दिया है। यह संयंत्र साल भर में करीब 30 लाख स्टोव बना सकता है और इस क्षमता को वित्त वर्ष 2022-23 के अंत तक दोगुना करने की योजना है।
ईकेआई की समुदाय-आधारित परियोजनाओं के प्रमुख पंकज पांडेय ने कहा कि इस स्टोव के विनिर्माण में 500 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा, जो आगे चलकर और बढ़ने की उम्मीद है।
कंपनी का दावा है कि यह स्टोव साल भर में 4,000 किलोग्राम कार्बन डाई-ऑक्साइड के उत्सर्जन को कम कर सकता है। ईकेआई का हरित कुकिंग अभियान वर्ष 2018 में शुरू किए गए सामुदायिक विकास कार्यक्रम का हिस्सा है।
भाषा
प्रेम अजय
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