नयी दिल्ली, 29 अगस्त (भाषा) भारत अपने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) तहत चिह्नित विभिन्न उत्पादों के लिए शुल्क मुक्त पहुंच हासिल करना चाहता है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को यह बात कही।
उन्होंने कहा कि इन उत्पादों मसलन सोने के आभूषण, खिलौने, हस्तशिल्प और हथकरघा में अपार संभावनाएं हैं।
गोयल ने यहां सार्वजनिक खरीद पोर्टल जीईएम पर ओडीओपी उत्पाद सूची और स्टोरफ्रंट के शुभारंभ पर कहा कि हम मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) कर रहे हैं। यहां हम इन सभी उत्पादों के लिए शुल्क-मुक्त पहुंच की तलाश करेंगे। हम इन उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय स्वीकृति बना सकेंगे।
एफटीए में दो या दो से अधिक देश द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अपने बीच व्यापार वाले उत्पादों पर सीमा शुल्क या तो काफी कम कर देते हैं या उसे पूरी तरह समाप्त कर देते हैं।
भारत ब्रिटेन, कनाडा और यूरोपीय संघ के साथ व्यापार समझौतों पर बातचीत कर रहा है।
वाणिज्य विभाग इस पहल को बढ़ावा देने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार की एजेंसियों के साथ काम कर रहा है।
इसका उद्देश्य देश के प्रत्येक जिले को निर्यात क्षमता वाले उत्पादों की पहचान करके प्रत्येक को निर्यात केंद्र में बदलना है।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया और डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क जैसे कार्यक्रमों को जोड़ने से इस पहल को और बढ़ावा मिलेगा।
भाषा रिया अजय
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