नयी दिल्ली, 17 अगस्त (भाषा) भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) के चेयरमैन संजय बंदोपाध्याय ने बुधवार को कहा कि निजी क्षेत्र की मदद से जलमार्गों के विकास के लिये प्रयास किये जा रहे हैं।
देश में जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिये 111 अंतर्देशीय जलमार्गों को राष्ट्रीय जलमार्ग कानून, 2016 के तहत राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया गया है।
बंदोपाध्याय ने समुद्री सार्वजनिक निजी भागीदारी सम्मेलन 2022 में कहा कि हमने तीन मार्गों को लेकर अनुबंध दिया है। और अनुबंध बोलियों के स्तर पर हैं।
उन्होंने कहा कि कोलकाता के आसपास जलमार्ग भी विकसित किये जा रहे हैं। शहर उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के दूरदराज के इलाकों और देश के अन्य हिस्सों से जलमार्गों और नदियों के माध्यम से जुड़ा हुआ है।
केंद्र सरकार बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले आईडब्ल्यूएआई के जरिये अंतर्देशीय जलमार्गों का नियमन करती है।
राष्ट्रीय जलमार्गों पर नौवहन सुविधाओं के साथ विकसित चैनल और टर्मिनल/जेट्टी जैसे बुनियादी ढांचे का उपयोग नौका/पर्यटक जहाज भी कर सकते हैं।
अंतर्देशीय जलमार्गों के जरिये वित्त वर्ष 2021-22 में 10.879 करोड़ टन माल की ढुलाई हुई।
भाषा रमण अजय
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