नयी दिल्ली, दो सितंबर (भाषा) भारतीय उद्यमशीलता विकास संस्थान (ईडीआईआई) ने अगले 1,000 दिनों में देश के 100 जिलों में महिलाओं की अगुआई वाले 10,000 हरित कारोबार खड़ा करने के लिए शुक्रवार को कंपनियों के साथ करार करने की घोषणा की।
सरकार की तरफ से एक उत्कृष्टता केंद्र के रूप में मान्यता-प्राप्त ईडीआईआई विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों के अलावा निजी कंपनियों के साथ मिलकर विकासपरक परियोजनाओं के क्रियान्वयन का काम करता है। ये परियोजनाएं समुदायों की प्रगति के लिए संचालित की जाती हैं।
ईडीआईआई के महानिदेशक सुनील शुक्ला ने कहा कि संस्थान कारीगरों, बुनकरों, महिला स्टार्टअप संस्थापकों और बेरोजगारों को उद्यमशीलता एवं कौशल विकास से जुड़ा प्रशिक्षण देने के काम में जुटा हुआ है ताकि इन्हें टिकाऊ आजीविका विकल्प मुहाया कराए जा सकें।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण उद्यमशीलता के पास भारतीय अर्थव्यवस्था के 70 प्रतिशत से अधिक हिस्से को सशक्त करने की क्षमता है। इसके लिए सही तरह के लोगों को सही तरह का कौशल देना होगा।
इस मौके पर संस्थान के परियोजना विभाग (कॉरपोरेट) के निदेशक रमन गुजराल ने बाजार में उच्च स्तर के मूल्य-वर्द्धित उत्पादों एवं सेवाओं की बढ़ती जरूरत पर बल दिया जो पर्यावरण को कम-से-कम नुकसान पहुंचाते हों।
उन्होंने कहा, ‘हमें ऐसी रणनीतियों पर काम करने की जरूरत है जो हरित उद्यमों एवं कारोबारों के प्रोत्साहन के अलावा पर्यावरण को बचाने में भी योगदान दें। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में नए नवाचारों के साथ पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को भी अपनाने की जरूरत है।’
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