नयी दिल्ली, 27 जनवरी (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने काले धन को सफेद करने के मामले में कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग लिमिटेड (केएसबीएल) के सीएमडी सी पार्थसारथी और ग्रुप सीएफओ जी कृष्णा हरि को गिरफ्तार किया है।
ईडी के अनुसार यह मामला ग्राहकों से कथित तौर पर 2,873 करोड़ रुपये से अधिक की प्रतिभूतियों के हेर-फेर से जुड़ा है।
ईडी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि एजेंसी ने 20 जनवरी और 25 जनवरी को हैदराबाद में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत के समक्ष पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद पहले से ही बेंगलुरु की केंद्रीय जेल में बंद दो लोगों को पेश किया था।
अदालत ने उन्हें 27 से 30 जनवरी तक चार दिन की ईडी हिरासत में भेजा गया है।
पीएमएलए के आपराधिक प्रावधानों के तहत दायर ईडी का यह मामला निजी क्षेत्र के एचडीएफसी समेत कई अन्य बैंकों द्वारा दर्ज की गई कई तेलंगाना पुलिस प्राथमिकी पर आधारित है।
निवेशकों का आरोप है कि ग्राहकों की प्रतिभूतियों को कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग लिमिटेड द्वारा अवैध रूप से डायवर्ट किया गया था। बाद में इन्हें बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के साथ ऋण के लिए गिरवी रखा गया था जो बाद में ‘डिफॉल्ट’ हो गए थे।
ईडी इससे पहले कार्वी समूह के विभिन्न कर्मचारियों के बयान दर्ज कर चुकी है और पिछले साल सितंबर में इस मामले में तलाशी भी ली थी।
भाषा जतिन पाण्डेय
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