नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) ड्रेजिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) के साथ एक ऐतिहासिक जहाज निर्माण समझौता किया है।
कंपनी ने उच्च क्षमता वाले ड्रेजर के निर्माण के लिए पहली ‘मेक इन इंडिया’ परियोजना के तहत इस समझौते पर हस्ताक्षर किये है।
समुद्री तल पर तलछट के जमाव को हटाने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले एक उपकरण को ड्रेजर कहा जाता है।
इस दौरान केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि उनका मंत्रालय बंदरगाहों के संचालन के लिए ड्रेजिंग के महत्व पर ध्यान दे रहा है और प्रमुख बंदरगाहों के लिए ड्रेजिंग दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं।
सोनोवाल ने कहा कि ड्रेजिंग को समय पर पूरा करने के लिए पर्याप्त ड्रेजर अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। वहीं नए पोत संचालन में आवश्यक दक्षता लाने में मजबूती प्रदान करेंगे।
भाषा जतिन अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.