मुंबई, 16 नवंबर (भाषा) आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदारी बिक्री की प्रक्रिया संभवत: चालू वित्त वर्ष में पूरी नहीं हो पाएगी। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह बात कही।
निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि यह रणनीतिक बिक्री कार्यक्रम राह पर है, लेकिन अभी रिजर्व बैंक के उपयुक्त एवं उचित मानदंड जैसे कुछ पहलुओं को पूरा करने की जरूरत है।
पांडेय ने यहां उद्योग मंडल फिक्की द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें व्यावहारिक रूप से नहीं लगता कि मार्च से पहले हम इसे (आईडीबीआई बैंक की हिस्सेदारी बिक्री) पूरा कर पाएंगे।’’
उनसे पूछा गया था कि क्या विभाग चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 51,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य हासिल कर पाएगा।
सरकार के पास आईडीबीआई बैंक की 45 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है। इसके अलावा जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के पास बैंक की 49.24 प्रतिशत हिस्सेदारी है। दोनों ने बैंक में संयुक्त रूप से 60.7 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है।
पांडेय ने कहा कि विनिवेश लक्ष्य काफी हद तक आईडीबीआई बैंक जैसे महत्वपूर्ण सौदों पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एनएमडीसी की शेयर बिक्री को लेकर भी ‘कुछ अनिश्चितता’ है। इससे विभाग 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद कर रहा है।
भाषा अजय अजय प्रेम
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