नयी दिल्ली, 29 मार्च (भाषा) केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को कहा कि पहले आयात किए जाने वाले 35 औषधि रसायनों (एपीआई) का देश में ही पीएलआई योजना के तहत उत्पादन शुरू हो गया है।
मांडविया ने यहां संवाददाताओं से कहा कि औषधि क्षेत्र के लिए शुरू की गई प्रोत्साहन-संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत 35 एपीआई का घरेलू स्तर पर ही उत्पादन शुरू हो गया है। ये रसायन उन 53 एपीआई का हिस्सा हैं जिनके लिए भारत 90 फीसदी तक आयात पर निर्भर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘देश भर में 32 विभिन्न विनिर्माण संयंत्रों से 35 दवा रसायनों का विनिर्माण किया जा रहा है। इससे आत्मनिर्भर भारत को प्रोत्साहन मिलेगा।’
मंत्री ने कहा कि इससे दवा बनाने में कच्चे माले के रूप में इस्तेमाल होने वाले इन रसायनों के लिये देश की आयात निर्भरता में कमी आएगी।
उन्होंने कहा कि औषधि क्षेत्र के लिए शुरू की गई पीएलआई योजना को फार्मा उद्योग से बढ़िया समर्थन मिला है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आने वाले समय में बाकी एपीआई का भी देश में विनिर्माण शुरू हो जाएगा।
सरकार ने पिछले साल फार्मा उद्योग के लिए 15,000 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत प्रोत्साहन के लिए 55 कंपनियां पात्र पाई गईं जिनमें सन फार्मा, अरबिंदो फार्मा, डॉ रेड्डीज लैब, ल्यूपिन, सिप्ला और कैडिला हेल्थकेयर भी शामिल हैं।
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प्रेम रमण
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