नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) दिल्ली के बिजली मंत्री आशीष सूद ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ती बिजली की मांग के मद्देनजर विद्युत वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का निर्देश दिया।
राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार दोपहर को इस गर्मी की सबसे अधिक बिजली की मांग दर्ज की गई। स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) के आंकड़ों के अनुसार दोपहर 3.06 बजे अधिकतम मांग 8,423 मेगावाट थी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
मौसम विभाग ने 13 जून तक शहर के लिए ‘रेड अलर्ट’ भी जारी किया है, जिसमें लोगों को पानी पीते रहने, सीधे सूर्य के संपर्क में आने से बचने और विशेष रूप से दोपहर के दौरान घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, सूद ने शहर में बढ़ती बिजली की मांग के मद्देनजर बिजली विभाग और तीनों बिजली वितरण कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
उन्होंने उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए कहा कि तेज हवाओं, भारी वर्षा, पेड़ गिरने या अन्य अप्रत्याशित कारणों जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली बिजली कटौती के मामले में चीजों को जल्द दुरुस्त करने के लिए प्रतिक्रिया समय को कम-से-कम किया जाना चाहिए।
बैठक के बाद, सूद ने कहा कि दिल्ली की सभी बिजली कंपनियों को बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने के लिए अपने बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बिजली कंपनियों से सौर और हरित ऊर्जा क्षेत्र में प्रयासों में तेजी लाने का भी आग्रह किया।
मंत्री ने कहा कि दिल्ली की बढ़ती बिजली मांग को देखते हुए सौर ऊर्जा को अपनाना महत्वपूर्ण है। उन्होंने बिजली कंपनियों और बिजली विभाग से दिल्ली के हर बिजली उपभोक्ता को सौर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा।
भाषा अजय रमण
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