नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) ‘डायरेक्ट सेलिंग’ उद्योग वित्त वर्ष 2023-24 में सालाना आधार पर 4.04 प्रतिशत की वृद्धि के साथ लगभग 22,150 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
उद्योग निकाय इंडियन डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) द्वारा जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, उद्योग से इस दौरान लगभग 1.86 लाख सक्रिय प्रत्यक्ष विक्रेता जुड़ें जिससे इनकी कुल संख्या लगभग 88 लाख हो गई।
‘डायरेक्ट सेलिंग’ (प्रत्यक्ष बिक्री) उद्योग में भारत में 470 से अधिक छोटी और बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘ पिछले पांच वर्षों (2019-20 से 2023-24) में उद्योग 7.15 प्रतिशत की सालना वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ा। यह वित्त वर्ष 2019-20 में 16,800 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 22,142 करोड़ रुपये हो गया। ’’
पहले की तरह, वेलनेस और न्यूट्रास्युटिकल्स सबसे अधिक बिकने वाली श्रेणी बनी रही जिसका कुल बिक्री में 64.15 प्रतिशत का योगदान रहा। इसके बाद 23.75 प्रतिशत के साथ सौंदर्य प्रसाधन और व्यक्तिगत देखभाल का स्थान रहा।
भाषा अनुराग निहारिका
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