नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) डिजिटल रेडियो प्रौद्योगिकी को अपनाने से रेडियो क्षेत्र की आय पांच साल के भीतर दोगुना होकर 12,300 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगी। इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसएिशन (आईसीईए) और ईवाई ने एक रिपोर्ट में यह कहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि डिजिटल रेडियो प्रसारण एफएम रेडियो क्षेत्र को आय बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह प्रसारकों, श्रोताओं, विज्ञापनदाताओं और नियामकों सहित विभिन्न संबद्ध पक्षों के लिये फायदेमंद साबित हो सकता है।
यह बात ऐसे समय सामने आई है जब एफएम रेडियो क्षेत्र पिछले कुछ साल में मजबूत आय प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रहा है।
आईसीईए ने एक बयान में कहा कि डिजिटल रेडियो प्रौद्योगिकी के आने से रेडियो राजस्व में वृद्धि होगी और यह पांच साल के भीतर दोगुना होकर 12,300 करोड़ रुपये पहुंच जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, आय बढ़ाने के साथ यह प्रसारकों, श्रोताओं, विज्ञापनदाताओं और नियामकों सहित विभिन्न संबद्ध पक्षों के लिये फायदेमंद साबित हो सकता है।
श्रोताओं के दृष्टिकोण से इससे चैनल के विकल्प काफी बढ़ेंगे। एक ही फ्रीक्वेंसी में करीब चार गुना और चैनल की संभावना है। साथ ही आवाज की गुणवत्ता बेहतर होगी।
आईसीईए के अध्यक्ष पंकज महेंद्रू ने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी देश में प्रसारण बुनियादी ढांचे के नेटवर्क को व्यापक बनाने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है।
बिना किसी अतिरिक्त स्पेक्ट्रम के रेडियो स्टेशन की संख्या वर्तमान में 300 से बढ़कर 1,100 से अधिक हो जाएगी।
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रमण अजय
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