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Tuesday, 7 May, 2024
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विकसित देशों ने वादे बहुत किए, कार्रवाई बहुत कम हुईः भारत

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(राजेश राय)

अबू धाबी, 28 फरवरी (भाषा) भारत ने बुधवार को कहा कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में विकसित देशों ने विकास से संबंधित मुद्दों पर तमाम वादे किए हैं लेकिन उन मसलों पर ‘बहुत’ कम कार्रवाई देखने को मिलती है।

इसके साथ ही भारत ने कहा कि मौजूदा नियमों में लचीलापन दिखाने की विकासशील देशों को तत्काल जरूरत है ताकि इन देशों में नए एवं युवा उद्योगों को अनुकूल नीतियों, प्रोत्साहनों, सब्सिडी और समान अवसर के संदर्भ में समर्थन मिल सके।

डब्ल्यूटीओ के शीर्ष निकाय मंत्रिस्तरीय सम्मेलन की यहां चल रही 13वीं बैठक के दौरान भारत ने विकास पर आयोजित सत्र में कहा कि ऐतिहासिक रूप से विकास के मुद्दे पर विकसित देशों के वादों की कोई कमी नहीं रही है क्योंकि हरेक मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में ‘ऊंची-ऊंची’ बातों पर चर्चा होती रही है।

वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, ‘वादे तो बहुत किए गए हैं लेकिन इस बारे में कार्रवाई बहुत कम हुई है। इसकी वजह से अल्प-विकसित देशों सहित विकासशील देशों की समस्याएं और बढ़ गई हैं।’

भारत ने मंत्रिस्तरीय सम्मेलन की सहमति के लिए नए मुद्दों पर गौर करने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि पहले लिए जा चुके फैसलों और अधूरे निर्णयों पर कार्रवाई नहीं होने तक नए मुद्दे नहीं लाए जाने चाहिए।

भारत ने कहा, ‘इसकी वजह से अल्प-विकसित देशों सहित विकासशील देश न केवल इन वैश्विक चुनौतियों से लड़ने में अपने सीमित संसाधन खर्च कर रहे हैं, बल्कि इस बहुपक्षीय मंच में अपने हितों की रक्षा भी कर रहे हैं।’

भारत ने कहा कि औद्योगीकरण के दौरान विकसित देशों ने उपलब्ध सभी नीतिगत साधनों का इस्तेमाल कर उनसे लाभ उठाया है लेकिन अब अन्य देशों के लिए उस सीढ़ी को हटाना चाहते हैं।

इस बीच, विकसित एवं विकासशील देशों के बीच गतिरोध बने रहने से बैठक तीन दिन बीतने के बाद भी कृषि और मत्स्य पालन पर सब्सिडी से संबंधित मुद्दों पर कोई सफलता नहीं मिल पाई है।

एक अधिकारी ने कहा, ”इन दोनों मुद्दों पर पिछले 24 घंटों में सदस्य देशों के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।”

भारत सहित विकासशील देश खाद्य सुरक्षा उद्देश्यों के लिए सार्वजनिक अनाज भंडारण के मुद्दे का स्थायी समाधान खोजने पर जोर दे रहे हैं लेकिन विकसित देशों ने अभी तक इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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