नयी दिल्ली, चार अप्रैल (भाषा) रोजमर्रा के इस्तेमाल का सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली प्रमुख कंपनी डाबर ने कहा है कि बीते वित्त वर्ष (2023-24) की मार्च तिमाही में मांग सुस्त रही है, लेकिन ग्रामीण बाजार ने रफ्तार पकड़ी है। कंपनी को उम्मीद है कि रबी की अच्छी फसल और सामान्य मानसून के पूर्वानुमान से आने वाले महीनों में खपत बढ़ेगी।
घरेलू कंपनी ने अपने तिमाही आंकड़े जारी करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में वृद्धि को मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतें गिरने से समर्थन मिला है। इससे ग्रामीण और शहरी बाजार में अंतर कम हो गया है।
डाबर ने कहा, “रबी फसल की कटाई के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण और मानसून सामान्य रहने के पूर्वानुमान के साथ उम्मीद है कि आने वाले महीनों में खपत बढ़ेगी।”
कंपनी ने कहा, “जहां पिछला वर्ष उपभोक्ता मांग के मामले में चुनौतीपूर्ण था, हमें उम्मीद है कि आगे चलकर उपभोग में सुधार होगा क्योंकि व्यापक आर्थिक संकेतक लगातार मजबूत बने हुए हैं।”
कंपनी के पास डाबर च्यवनप्राश, डाबर हनी, डाबर पुदीन हरा, डाबर लाल तेल, डाबर आंवला, डाबर रेड पेस्ट, रियल और वाटिका जैसे ब्रांड हैं।
कंपनी की कुल वृद्धि को मसाला ब्रांड बादशाह से भी मदद मिली है। कंपनी ने इसका अधिग्रहण अक्टूबर, 2022 में किया था।
भाषा अनुराग अजय
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