नयी दिल्ली, एक मई (भाषा) औद्योगिक और भंडारगृह स्थलों की पट्टे पर मांग जनवरी-मार्च की अवधि में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़कर 72 लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई। कोलियर्स इंडिया के अनुसार, पांच प्रमुख शहरों में जनवरी-मार्च की अवधि में तीसरा पक्ष लॉजिस्टिक्स और ई-कॉमर्स कंपनियों की मांग अधिक रही।
रियल एस्टेट परामर्शक कोलियर्स मुख्य रूप से पांच प्रमुख शहरों – दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, मुंबई, पुणे और चेन्नई के निकटवर्ती सूक्ष्म बाजारों में विकसित किए प्रीमियम औद्योगिक और भंडारगृह क्षेत्र की मांग और आपूर्ति का ब्योरा रखती है।
जनवरी-मार्च की अवधि में पिछली आठ तिमाहियों की तुलना में सबसे ज्यादा मांग रही।
कोलियर्स कहा, ‘‘इस निरंतर बढ़त को 3पीएल (तीसरा पक्ष लॉजिस्टिक) परिचालकों से समर्थन मिला। तिमाही के दौरान पट्टे पर लिए कुल स्थल में उनकी हिस्सेदारी 41 प्रतिशत रही। इसके बाद रोजमर्रा के इस्तेमाल के सामान (एफएमसीजी) क्षेत्र की 12 प्रतिशत हिस्सेदारी रही।’’
दिलचस्प बात यह है कि खुदरा और एफएमसीजी क्षेत्रों की मांग में साल-दर-साल तीन गुना वृद्धि देखी गई, क्योंकि उन्होंने दिल्ली-एनसीआर और मुंबई जैसे बड़े बाजारों में पहुंच का विस्तार किया।
आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी-मार्च में दिल्ली-एनसीआर में भंडारण की जगह के लिए पट्टा गतिविधियां 22 प्रतिशत बढ़कर 21 लाख वर्ग फुट हो गईं, जो पिछले साल की समान अवधि में 17 लाख वर्ग फुट थी।
मुंबई में यह 13 लाख वर्ग फुट से 37 प्रतिशत बढ़कर 18 लाख वर्ग फुट हो गई, जबकि चेन्नई में मांग सात लाख वर्ग फुट से 38 प्रतिशत बढ़कर 10 लाख वर्ग फुट हो गई।
हालांकि, बेंगलुरु और पुणे में मांग में गिरावट आई।
दिल्ली-एनसीआर में सोनीपत और एनएच-48 (गुरुग्राम-बिनोला, पटौदी रोड, जमालपुर-पंचगांव रोड, बिलासपुर-तौरू रोड, धारूहेड़ा) प्रमुख सूक्ष्म बाजार हैं।
भाषा राजेश राजेश अजय
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