नयी दिल्ली, 11 अप्रैल (भाषा) तीसरे पक्ष की लॉजिस्टिक्स कंपनियों और विनिर्माताओं की मांग से देश में पहली, दूसरी और तीसरी श्रेणी के शीर्ष 19 शहरों में इस साल जनवरी-मार्च (पहली तिमाही) में पट्टे पर औद्योगिक और भंडारण स्थल की मांग सालाना आधार पर 23 प्रतिशत बढ़कर 1.35 करोड़ वर्ग फुट हो गई है।
रियल एस्टेट परामर्श कंपनी सैविल्स इंडिया ने औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र की मांग से संबंधित आंकड़ों वाली रिपोर्ट बृहस्पतिवार को जारी की।
रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी-मार्च, 2024 तिमाही में औद्योगिक और भंडारण स्थल की मांग बढ़कर 1.35 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंच गई। एक साल पहले समान तिमाही में 1.10 करोड़ वर्ग क्षेत्र पट्टे पर दिया गया था।
कुल मांग का 78 प्रतिशत पहली श्रेणी के शहरों से आया। शेष 22 प्रतिशत पट्टा दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में हुआ।
जनवरी-मार्च, 2024 के दौरान पहली श्रेणी के शहरों में औद्योगिक और भंडारण स्थल की पट्टे पर मांग 25 प्रतिशत बढ़कर 1.05 करोड़ वर्ग फुट हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 84 लाख वर्ग फुट थी।
दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में मांग 20 प्रतिशत बढ़कर 30 लाख वर्ग फुट हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 25 लाख वर्ग फुट थी।
पहली श्रेणी के शहरों में अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, दिल्ली-एनसीआर और पुणे शामिल हैं। दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में गुवाहाटी, भुवनेश्वर, पटना, होसुर, कोयंबटूर, राजपुरा, लखनऊ, जयपुर, नागपुर, सूरत और इंदौर शामिल हैं।
भाषा अनुराग अजय
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