नयी दिल्ली, 11 अप्रैल (भाषा) पावर बैंक, छोटे स्पीकर और मोबाइल से जुड़े उत्पाद बनाने वाली डैमसन टेक्नोलॉजीज अपने विनिर्माण कार्यों का आधा हिस्सा चीन से भारत में स्थानांतरित करने की योजना बना रही है। इसके लिए कंपनी चालू वित्त वर्ष में 150 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश करेगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सेवा प्रदाता डैमसन टेक्नोलॉजीज के प्रबंध निदेशक रितेश गोयनका ने पीटीआई-भाषा से कहा कि कंपनी वर्तमान में चीन में उपकरणों का विनिर्माण कर रही है। अब आधा विनिर्माण कार्य भारत स्थानांतरित करने की योजना बना रही है। इसका कारण चीन पर कई देशों के प्रतिबंधों के साथ-साथ भारत में सरकारी योजनाओं के तहत दिये जा रहे लाभ हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान में, हमारा राजस्व 1,000 करोड़ रुपये से अधिक है। हम आगामी वर्ष में लगभग 500 करोड़ रुपये मूल्य का कारोबार भारत में लाने की योजना बना रहे हैं। हमारी दीर्घकालिक नजरिया धीरे-धीरे पूरे कारखाने के संचालन को भारत में स्थानांतरित करने का है। हमें भारत में बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए कुछ समय चाहिए।’’
डैमसन अपने ब्रांड नाम ‘जस्ट कोर्सेका’ के तहत उत्पाद बनाती और बेचती है।
गोयनका ने कहा, ‘‘कई देशों ने चीन पर कई तरह के प्रतिबंध लगा रखे हैं। जब हम चीन से अमेरिका निर्यात करते हैं तो 25 प्रतिशत शुल्क लगता है और जब हम भारत से निर्यात करते हैं तो केवल पांच प्रतिशत शुल्क लगता है।’’
कंपनी अहमदाबाद के पास कारखाना लगा रही है। इसमें 50 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। इसके अलावा 100 करोड़ रुपये का निवेश विपणन, अनुसंधान और विकास के साथ-साथ लगभग 350 कर्मचारियों की एक टीम तैयार करने में किया जा रहा है।
गोयनका ने कहा कि कंपनी शुरुआत में चार्जर, केबल, पावर बैंक, टीडब्ल्यूएस ईयरबड्स और घरों में उपयोग होने वाली ‘ऑडियो सिस्टम’ का उत्पादन करेगी। हालांकि, चीन से स्मार्टवॉच और स्मार्ट ग्लास का उत्पादन और आपूर्ति जारी रखेगी।
उन्होंने कि कंपनी को राज्य सरकार से पूरा समर्थन मिल रहा है। इसमें कारखाना और मशीनरी के आयात के लिए बैंक ऋण पर सात प्रतिशत ब्याज सब्सिडी, 20 प्रतिशत पूंजी सब्सिडी और बिजली, भविष्य निधि तथा महिला सशक्तीकरण से संबंधित अन्य लाभ शामिल हैं।
भाषा रमण अजय
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