मुंबई, 15 अप्रैल (भाषा) घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने मंगलवार को कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 में बैंक ऋण वृद्धि बढ़कर 13 प्रतिशत हो जाएगी। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 11 प्रतिशत रही है।
एजेंसी ने कहा कि ऋण वृद्धि हाल ही में किए गए सहायक नियामकीय उपायों, कर कटौती और नरम ब्याज दरों से खपत को बढ़ावा देने के कारण होगी।
हालांकि, रेटिंग एजेंसी ने कहा कि जमा वृद्धि की दर पर ‘‘निगरानी रखने की जरूरत है।’’
एजेंसी की निदेशक सुभा श्री नारायणन ने कहा कि कॉरपोरेट ऋण, जो बैंक बही का 41 प्रतिशत है, चालू वित्त वर्ष में 9-10 प्रतिशत की दर से बढ़ने की संभावना है, जबकि इससे पिछले साल यह आठ प्रतिशत था।
उन्होंने कहा कि यह तेजी मुख्य रूप से गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को अधिक संवितरण पर होगी।
क्रिसिल ने कहा कि खुदरा ऋण, जो प्रणाली में कुल कर्ज का लगभग एक-तिहाई हिस्सा है, वित्त वर्ष 2025-26 में 13-14 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा, जो पहले के 12 प्रतिशत से अधिक है।
इसने कहा कि छोटे व्यवसायों और कृषि ऋणों में क्रमशः 16-17 प्रतिशत और 11-12 प्रतिशत की स्थिर वृद्धि देखने को मिल सकती है।
एजेंसी को उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नकदी पर किए गए उपायों से बैंकों को जमा वृद्धि में मदद मिलेगी।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.