मुंबई, 19 सितंबर (भाषा) बैंकों की ऋण और जमा वृद्धि में बढ़ते अंतर के बीच चालू वित्त वर्ष के दौरान जमा दरों में और वृद्धि की संभावना है।
घरेलू रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के अनुसार, 26 अगस्त तक प्रणाली स्तर पर ऋण वृद्धि 15.5 प्रतिशत और जमा वृद्धि 9.5 प्रतिशत रही। इससे जमा दरों में वृद्धि हो सकती है…… क्योंकि बैंक कर्ज की मांग को पूरा करने के लिए धन की व्यवस्था करते हैं।
एजेंसी ने कहा, ‘‘ऋण की मांग ने जमा वृद्धि को काफी पीछे छोड़ दिया है, इसलिए जमा दरों में बढ़ोतरी जारी रहेगी।’’
एजेंसी ने अपने ऋण वृद्धि अनुमान की समीक्षा के बाद इसे बढ़ाकर 13 प्रतिशत कर दिया है, जो पहले 10 प्रतिशत था। कार्यशील पूंजी की ऊंची मांग और कॉरपोरेट खंड से मांग में पुनरुद्धार को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने अनुमान में बदलाव किया है।
एजेंसी के अनुसार, रिकॉर्ड जमा और बैंकों के बीच जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ने के कारण जमा दरें भी ऊंची हो जाएंगी। इसके लिए बैंक जमा को लेकर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
एजेंसी ने कहा कि बैंकिंग प्रणाली के लिए सकल गैर-निष्पादित संपत्तियां (जीएनपीए) अनुपात वित्त वर्ष 2021-22 में घटकर 6.1 प्रतिशत रह गया, जो वित्त वर्ष 2017-18 में 11.8 प्रतिशत पर था।
भाषा जतिन अजय
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