नयी दिल्ली, 29 मार्च (भाषा) इस्पात और सीमेंट जैसे कच्चे माल की कीमतों में उछाल के कारण पिछले एक वर्ष के दौरान निर्माण की औसत लागत 10 से 12 प्रतिशत बढ़ गई है।
संपत्ति सलाहकार कंपनी कोलियर्स इंडिया के अनुसार इस साल दिसंबर तक इनकी कीमतों में आठ से नौ प्रतिशत तक की और वृद्धि हो सकती है।
कंपनी ने कहा, ‘‘पिछले एक वर्ष के दौरान निर्माण की औसत लागत 10 से 12 प्रतिशत तक बढ़ गई है। ऐसा आपूर्ति में बाधाओं के चलते कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के कारण हुआ है।’’
संपत्ति सलाहकार कंपनी ने कहा कि सीमेंट और इस्पात जैसे कच्चे माल की कीमत सालाना आधार पर मार्च, 2022 तक 20 प्रतिशत बढ़ गई है। इन दोनों कच्चे माल का निर्माण की कुल लागत में मुख्य हिस्सा होता है।
कंपनी ने कहा कि डेवलपर्स अबतक कीमतों में वृद्धि के बारे में सतर्क रहे हैं, क्योंकि बाजार कोविड-19 महामारी से उबर रहा है।
हालांकि, अब रियल एस्टेट कंपनियों को लागत में वृद्धि खटकने लगी है और उन्होंने अपनी मूल्य निर्धारण रणनीति की समीक्षा करनी शुरू कर दी है।
भाषा जतिन अजय
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