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बुधवार, 14 मई, 2025
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हरित वित्त को सफल बनाने के लिए सही वर्गीकरण, स्पष्ट परिभाषाएं जरूरी: आरबीआई

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मुंबई, 22 दिसंबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर एम राजेश्वर राव ने बृहस्पतिवार को कहा कि हरित वित्त के संबंध में सही वर्गीकरण और स्पष्ट परिभाषाएं जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा कर ही ‘ग्रीनवॉशिंग’ के जोखिम से बचा जा सकता है। ग्रीनवॉशिंग से आशय किसी संगठन द्वारा पर्यावरण के लिए काम कम करने और इसके बारे में बताने के लिए समय और पैसा खर्च करने से है।

उन्होंने कहा कि सही वर्गीकरण और स्पष्ट परिभाषाओं की मदद से हरित वित्त से संबंधित योजनाओं के दुरुपयोग से बचा जा सकेगा।

हरित वित्तपोषण का मतलब है कि पर्यावरण के अनुकूल टिकाऊ आर्थिक गतिविधियों के लिए कर्ज देना।

राव ने यहां ‘बिजनेस स्टैंडर्ड’ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि सही वर्गीकरण के साथ ही हरित वित्त की एक औपचारिक परिभाषा वक्त की मांग है।

उन्होंने कहा, ‘‘सही वर्गीकरण से बैंकों और वित्तीय संस्थानों को उनके ऋण पोर्टफोलियो में जलवायु जोखिम का बेहतर आकलन करने और ग्रीनवाशिंग के जोखिम को कम करने में मदद करेगी।’’

भाषा पाण्डेय अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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