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रविवार, 8 जून, 2025
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प्रतिस्पर्धा आयोग को समय के साथ चलने की जरूरत: अटॉर्नी जनरल

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नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने सोमवार को कहा कि प्रतिस्पर्धा के नजरिये से निजता की रूपरेखा स्थापित करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिस्पर्धा आयोग को हमेशा समय के साथ चलने की जरूरत है।

आंकड़ों की गोपनीयता और प्रतिस्पर्धा-रोधी गतिविधियों के बारे में कुछ तबकों में चिंताओं के बीच वेंकटरमणी ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के 15वें स्थापना दिवस के मौके पर अपने संबोधन में यह भी कहा कि दुनियाभर के सभी प्रतिस्पर्धा नियामक डिजिटल बाजारों में उभरते रुझानों से जूझ रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अबतक, हमने दुनियाभर में कई प्रतिस्पर्धा नियामकों के आंकड़ों के रखरखाव से जुड़ी इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई देखी है। खासकर उन परिस्थितियों में जहां इस पहुंच बिंदु का उपयोग अपने लाभ और प्रतिस्पर्धा को दबाकर उपभोक्ताओं के नुकसान के लिए किया जाता है।

उन्होंने दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘‘इसपर मौजूदा बहस डिजिटल प्रतिस्पर्धा विधेयक को लेकर है। यह एक प्रस्तावित कानून है। यह पिछले दशक में इंटरनेट और डिजिटल दुनिया में प्रतिस्पर्धा की गतिशीलता से मिली सीख के आधार पर काम करना चाहता है।’’

अटॉर्नी जनरल के अनुसार, अन्य बातों के अलावा बहस एक व्यापक नियामकीय व्यवस्था तैयार करने, इसमें शामिल गतिविधियों बनाम अधिक बाजार-विशिष्ट नियमों को लेकर भी है।

वेंकटरमणी ने कहा कि 2020 में भारत में ई-कॉमर्स पर प्रतिस्पर्धा आयोग का बाजार अध्ययन एक स्वागतयोग्य कदम था।

उन्होंने कहा कि डिजिटल और इंटरनेट बाजारों में उभरते परिदृश्य के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए इस तरह के अध्ययन समय-समय पर किये जाने की जरूरत है। इसके अलावा, भारतीय बाजार के ऐसे अध्ययनों के आधार पर विस्तृत दिशानिर्देश होने से बाजार में काम कर रही इकाइयों को संभावित प्रतिस्पर्धा-रोधी उपायों के बारे में उपयोगी संकेत मिलेंगे।

अटॉर्नी जनरल ने कहा, ‘‘यह निश्चितता को बढ़ावा देगा, छोटी इकाइयों को सशक्त बनाएगा और बड़ी कंपनियों को उन गतिविधियों को लेकर सावधान करेगा जो प्रतिस्पर्धा के लिहाज से नुकसानदायक हैं…।’’

उन्होंने कहा कि इसके अलावा ऐसे प्रश्न हैं जैसे धन वितरण पर प्रतिस्पर्धा कानूनों का क्या प्रभाव है? और क्या प्रतिस्पर्धा कानून आर्थिक तथा अन्य बाजार से जुड़ी असमानताओं को दूर करने के लिए एक व्यावहारिक और प्रभावी उपाय प्रदान कर सकता है?

भाषा रमण अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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