मुंबई, 15 अप्रैल (भाषा) ऑनलाइन मूल्यांकन के दौरान उम्मीदवारों का गलत तरीके अपनाना कंपनियों और प्रतिभा अधिग्रहण (टीए) विशेषज्ञों के सबसे बड़े डर में से एक है। सोमवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
कृत्रिम मेधा (एआई) पर संचालित भर्ती स्वचालन फर्म ‘हायरप्रो’ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ऑनलाइन मूल्यांकन के दौरान उम्मीदवारों के धोखाधड़ी करने की आशंका 39 प्रतिशत प्रतिभागियों को होती है। इसके बाद निर्धारित भूमिका के लिए सही उम्मीदवार ढूंढने की चिंता 37 प्रतिशत नियोक्ताओं को है।
रिपोर्ट के मुताबिक, उम्मीदवारों के विशिष्ट कौशल को मापने के लिए प्रभावी माध्यमों की कमी 26 प्रतिशत भर्तीकर्ताओं के बीच अगली बड़ी चिंता बनकर उभरी है।
यह रिपोर्ट अक्टूबर, 2023 से मार्च, 2024 के बीच 837 भर्तीकर्ताओं, प्रतिभा अधिग्रहण विशेषज्ञों और मानव संसाधन पेशेवरों के बीच एक सर्वेक्षण पर आधारित है।
इससे पता चलता है कि भर्ती योजना चरण में किसी भूमिका के लिए सही उम्मीदवार ढूंढने की चिंता 37 प्रतिशत भर्तीकर्ताओं और प्रतिभा अधिग्रहण विशेषज्ञों के लिए सबसे बड़ी चिंता है। इसके बाद नियुक्ति लक्ष्य को पूरा करने को लेकर 32 प्रतिशत नियोक्ता अनिश्चित हैं।
सर्वेक्षण रिपोर्ट कहती है कि उम्मीदवारों के एक साथ कई नौकरियों की पेशकश की तलाश में होने की चिंता भी भर्तीकर्ताओं को सता रही है। इसके अलावा नौकरी का प्रस्ताव ठुकरा देने या उम्मीदवार के नहीं आने की चिंता भी होती है।
रिपोर्ट में साक्षात्कार के स्तर पर उम्मीदवारों का प्रबंधन और नियुक्ति प्रबंधकों की उपलब्धता को भी बड़ी चुनौती बताया गया है। साक्षात्कार के लिए उम्मीदवारों का मौजूद न होना भर्तीकर्ताओं के बीच सबसे बड़ा डर है।
हायरप्रो के मुख्य परिचालन अधिकारी एस पशुपति ने कहा, ‘‘इस रिपोर्ट के नतीजे एक दर्पण की तरह हैं जो हर दिन भर्ती टीमों को पेश होने वाली भावनात्मक चुनौतियों और आशंकाओं को दर्शाते हैं।’’
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