नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. ने कोयले के अल्पकालीन आयात के लिये अपनी पहली निविदा रद्द कर दी है। इस निविदा में अडाणी एंटरप्राइजेज सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी बनकर उभरी थी। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अडाणी एंटरप्राइजेज को अल्पकालीन कोयला आयात के लिये चुना गया था। कंपनी ने 24.16 लाख टन कोयले के आयात के लिये करीब 17,000 रुपये प्रति टन की बोली लगायी थी।
हालांकि, 60 लाख टन कोयला आयात के लिये मध्यम अवधि की निविदा के तहत पीटी बारा दया एनर्जी ने अडाणी समूह से 2,000 रुपये प्रति टन कम की बोली लगाई थी।
सूत्रों ने कहा कि कोल इंडिया ने आठ जुलाई को निदेशक मंडल की बैठक में 24.16 लाख टन की अल्पकालीन निविदा को रद्द करने का निर्णय किया। साथ ही पीटी बारा दया एनर्जी से मध्यम अवधि की निविदा के तहत ईंधन की आपूर्ति करने को कहा है।
इस बारे में अडाणी एंटरप्राइजेज से प्रतिक्रिया मांगी गयी, लेकिन उनकी तरफ से फिलहाल कोई जवाब नहीं आया।
कोल इंडिया ने नौ जून को 24.16 लाख टन कोयले के आयात के लिये निविदा जारी की थी। इसका मकसद देश में बिजलीघरों को पर्याप्त कोयला आपूर्ति सुनिश्चित करना था।
कंपनी ने 10 जून को विदेशों से 60 लाख टन कोयले के आयात के लिये मध्यम अवधि की दो निवदाएं जारी की थीं।
भाषा रमण अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.