नयी दिल्ली, 12 अप्रैल (भाषा) दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के संगठन सीओएआई ने स्पेक्ट्रम कीमतों में कटौती के बारे में ट्राई की सिफारिशों पर गहरी निराशा जताते हुए मंगलवार को कहा कि सुझाई गई कीमतें भी बहुत ज्यादा हैं।
भारतीय सेल्युलर ऑपरेटर संघ (सीओएआई) ने एक बयान में कहा कि वह 5जी स्पेक्ट्रम के आधार मूल्य के बारे में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की तरफ से की गई अनुशंसाओं से निराश है।
इसके साथ ही उसने कहा कि आधार मूल्य में कटौती की सिफारिश के बाद भी स्पेक्ट्रम मूल्य बहुत अधिक है।
ट्राई ने एक दिन पहले नीलामी के पहले स्पेक्ट्रम की कीमतों के बारे में अपनी सिफारिशें जारी कीं। इसमें 5जी स्पेक्ट्रम की कीमत में करीब 35 फीसदी की कटौती का सुझाव दिया गया है। हालांकि, समूचे स्पेक्ट्रम बैंड को मिलाकर देखें तो ट्राई ने आधार मूल्य में करीब 39 फीसदी कटौती की सिफारिश की है।
इससे असंतुष्ट सीओएआई ने कहा, ‘‘सिफारिश से पहले की परामर्श प्रक्रिया के दौरान दूरसंचार उद्योग ने स्पेक्ट्रम कीमतों में बड़ी कटौती की मांग रखी थी जो कि वैश्विक शोध एवं मानकों पर आधारित थी।’’
रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया की भागीदारी वाले संगठन ने कहा, ‘‘दूरसंचार उद्योग ने स्पेक्ट्रम के आरक्षित मूल्य में 90 प्रतिशत तक कटौती की मांग की थी लेकिन ट्राई की अनुशंसा में यह आंकड़ा सिर्फ 35-40 फीसदी तक है। इससे हमें गहरी निराशा हुई है।’’
दूरसंचार कंपनियों की मांग थी कि 5जी मोबाइल सेवाओं के लिए ढांचागत आधार तैयार करने पर आने वाली भारी लागत और उद्योग के समक्ष मौजूद चुनौतियों को देखते हुए स्पेक्ट्रम कीमतों को सरकार कम रखे।
सरकार चालू वित्त वर्ष में ही 5जी सेवाएं शुरू करने की योजना पर काम कर रही है। इसके लिए अगले कुछ महीनों में ही 5जी स्पेक्ट्रम एवं अन्य स्पेक्ट्रम बैंड के लिए बोलियां आमंत्रित की जा सकती हैं।
भाषा
प्रेम अजय
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