कोच्चि, पांच जून (भाषा) कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (सीआईएएल) ने अब तक हवाईअड्डे पर विभिन्न सौर पीवी संयंत्रों से 25 करोड़ यूनिट से अधिक हरित ऊर्जा का उत्पादन करके एक और उपलब्धि हासिल की है, जिससे 1,60,000 टन कार्बन उत्सर्जन की कमी हुई है।
सीआईएएल पूरी तरह से सौर ऊर्जा से संचालित दुनिया का पहला हवाई अड्डा है।
हवाईअड्डा प्राधिकरण के अनुसार, सीआईएएल ने शनिवार को अरिप्पारा में अपनी लघु जल विद्युत परियोजना के माध्यम से उत्पन्न 75 लाख इकाइयों के अलावा 25 करोड़ यूनिट सौर ऊर्जा का संचयी उत्पादन का लक्ष्य पूरा किया है।
सीआईएएल के प्रबंध निदेशक एस सुहास ने कहा कि हवाईअड्डा प्राधिकरण की विकास नीति में कुल स्थिरता प्रबंधन (टीएसएम) शामिल है। यह जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने के हर संभव तरीके का पता लगाने का प्रयास करता है।
सुहास ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘हम जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए हर संभव तरीके अपना रहे हैं। सीआईएएल ने 2015 में पूर्ण रूप से सौर ऊर्जा से चलने वाले पहले हवाईअड्डे के रूप में उपलब्धि हासिल की थी। यह अब अतिरिक्त बिजली उत्पादन करने वाला संगठन बन गया है, जो सालाना लगभग चार करोड़ यूनिट अतिरिक्त बिजली राज्य ग्रिड को देती है।’
हवाईअड्डा प्राधिकरण ने कहा कि अरिप्पारा में अपनी 4.5 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना के साथ सीआईएएल अब केरल राज्य विद्युत बोर्ड(केएसईबी) के बाद केरल में दूसरा सबसे बड़ा बिजली उत्पादक है।
भाषा रिया पाण्डेय
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