(के जे एम वर्मा)
बीजिंग, 24 जून (भाषा) चीन की पूर्व उप वित्त मंत्री जोऊ जियायी को मंगलवार को एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (एआईआईबी) का अगला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
एआईआईबी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की 10वीं वार्षिक बैठक के दौरान जियायी को बीजिंग मुख्यालय वाले बहुपक्षीय विकास बैंक के संस्थापक अध्यक्ष जिन लिकुन का उत्तराधिकारी नियुक्त किया गया।
बैंक के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 26.54 प्रतिशत मतदान शेयरधारिता के साथ चीन एआईआईबी का सबसे बड़ा शेयरधारक है।
भारत 7.58 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरा सबसे बड़ा शेयरधारक है, जिसके बाद रूस (5.9 प्रतिशत) और जर्मनी (4.1 प्रतिशत) का स्थान आता है।
एआईआईबी एक बहुपक्षीय विकास बैंक है जो ‘‘भविष्य के बुनियादी ढांचे’’ के वित्तपोषण के लिए समर्पित है। वर्ष 2016 में परिचालन शुरू होने के बाद से इसके दुनिया भर में 110 स्वीकृत सदस्य हैं।
पूर्व वित्त सचिव और ‘आधार’ परियोजना के सीईओ अजय भूषण पांडेय ने यहां लिकुन के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने 110 देशों को एकजुट करके ऐसी संस्था बनाई जिसने वैश्विक सार्वजनिक कल्याण किया है।
एआईआईबी के कई उपाध्यक्षों में शामिल पांडेय ने ‘पीटीआई वीडियो’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि विभाजित दुनिया में लिकुन का योगदान असाधारण था।
अगली प्रमुख जियायी का पांच साल का कार्यकाल 16 जनवरी, 2026 को शुरू होगा। उसके एक दिन पहले लिकुन का पांच साल का दूसरा कार्यकाल खत्म होगा।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जियायी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों के साथ चीन की भागीदारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
उनका अनुभव विश्व बैंक समूह, एशियाई विकास बैंक और न्यू डेवलपमेंट बैंक जैसे संगठनों तक फैला हुआ है।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
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