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शुक्रवार, 2 मई, 2025
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शुल्क कम करने के लिए वार्ता के अमेरिकी प्रस्तावों पर विचार कर रहा है चीन

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(के. जे. एम. वर्मा)

बीजिंग, दो मई (भाषा) चीन ने शुक्रवार को कहा कि वह शुल्क कम करने के लिए वार्ता संबंधी अमेरिकी प्रस्तावों पर विचार कर रहा है।

यह कदम संभवतः दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच शुल्क युद्ध को कम कर सकता है।

चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘ अमेरिका ने हाल में कई बार संबंधित पक्षों के माध्यम से चीन को संदेश देने का प्रयास किया है और शुल्क मुद्दों पर चीन के साथ बातचीत करने की इच्छा जाहिर की है इसलिए चीन इस पर विचार कर रहा है।’’

मंत्रालय के प्रवक्ता ने बयान में कहा, ‘‘ अमेरिका ने शुल्क और व्यापार युद्ध शुरू किया। यदि अमेरिका बातचीत करना चाहता है तो उसे ईमानदारी दिखानी होगी, इसकी तैयारी करनी होगी तथा शुल्क हटाने जैसे कदम उठाने होंगे…।’’

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी निर्यात पर 145 प्रतिशत शुल्क लगाया है। हालांकि बाद में व्हाइट हाउस ने कहा कि चीनी वस्तुओं पर शुल्क 245 प्रतिशत है। चीन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी निर्यात पर 125 प्रतिशत शुल्क लगाया है।

चीन ने शुल्क के मुद्दे पर अमेरिका के साथ किसी भी तरह की बातचीत होने से इनकार किया है, जबकि ट्रंप ने हाल में कहा था कि बातचीत जारी है और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने उनसे बात की है।

वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने भी दोनों राष्ट्रपतियों के बीच ऐसी किसी भी बातचीत से इनकार किया है।

अमेरिका की ओर से कई देशों पर शुल्क बढ़ाए जाने के बाद से अमेरिका और चीन दोनों एक-दूसरे के सामानों पर लगातार शुल्क बढ़ा रहे हैं। चीन को अब अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले सामानों पर 245 प्रतिशत कर का सामना करना पड़ रहा है, जबकि अन्य देशों को अधिकतर शुल्कों पर 90 दिन की छूट दी गई है।

इस बीच चीन ने 16 अप्रैल को एक नए शीर्ष अंतरराष्ट्रीय वार्ताकार की नियुक्ति की थी, जब ट्रंप ने कहा था कि शुल्क गतिरोध को समाप्त करने के लिए समझौता करने की जिम्मेदारी अब चीन की है।

अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ के 16 अप्रैल को जारी तथ्यपत्र के अनुसार, 75 से अधिक देश नए व्यापार समझौते पर चर्चा करने के लिए अमेरिका से संपर्क कर चुके हैं। इसके परिणामस्वरूप इन चर्चाओं के बीच इन देशों के खिलाफ उच्च शुल्क पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। केवल चीन पर शुल्क लागू है जिसने जवाबी कार्रवाई की है।

चीन एकमात्र ऐसा देश है जिसने जवाबी कार्रवाई करते हुए शुल्क लगाया है।

अमेरिका, चीन के लिए तीसरा सबसे बड़ा निर्यात बाजार है। चीन के बेबाक रवैये के बावजूद चीन की अर्थव्यवस्था पर अमेरिकी शुल्क के प्रभाव को लेकर काफी चिंता है, जो निर्यात में गिरावट, कम घरेलू खपत से जूझ रहा है।

भाषा निहारिका शोभना

शोभना

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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