हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश), नौ जुलाई (भाषा) मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बिजली परियोजनाओं के समय से पूरा नहीं होने पर राज्य सरकार को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ता है और इसलिए इन परियोजनाओं का समय पर पूरा किया जाना सुनिश्चित करना चाहिए।
हमीरपुर में शनिवार को एक बैठक में प्रगति की समीक्षा करते हुए सुक्खू ने राज्य में जारी बिजली परियोजनाओं के काम में तेजी लाने की जरूरत पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य का लक्ष्य मार्च, 2027 तक 628 मेगावॉट (एमडब्ल्यू) की जल-विद्युत परियोजनाओं को शुरू करना है।
रविवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि 628 मेगावॉट की परियोजनाओं में जुलाई 2025 तक 450 मेगावाट की शोंगटोंग करछम परियोजना, जून 2026 तक 130 मेगावाट की काशांग-2 और 3 परियोजनाएं और मार्च 2027 तक 48 मेगावाट की चांजू-3 जलविद्युत परियोजना शामिल हैं।
इसके अलावा, राज्य ने 30 मेगावॉट की देवथल चांजू परियोजना को दिसंबर 2027 तक, 40 मेगावाट की रेणुका जी जलविद्युत परियोजना को दिसंबर 2028 तक और 190 मेगावाट की थाना प्लाउन परियोजना को मार्च 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 2030 तक 1000 मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पन्न करने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य ने 17 अलग-अलग परियोजनाएं प्रस्तावित की हैं जो पहले चरण में 200 मेगावॉट सौर ऊर्जा पैदा करेंगी।
भाषा अनुराग संतोष
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