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मंगलवार, 10 जून, 2025
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चैटजीपीटी हुआ तकनीकी व्यवधान का शिकार, दुनिया भर के लाखों उपयोगकर्ता प्रभावित

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नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) कृत्रिम मेधा (एआई) क्षेत्र की कं दिग्गज कंपनी ओपनएआई के एआई टूल चैटजीपीटी को मंगलवार को वैश्विक स्तर पर व्यवधान का सामना करना पड़ा जिससे दुनिया भर में फैले लाखों उपयोगकर्ता इसका देर तक इस्तेमाल नहीं कर पाए।

चैटजीपीटी की सेवाओं पर सबसे ज्यादा असर भारत और अमेरिका के उपयोगकर्ताओं पर देखने को मिला। यहां के हजारों उपयोगकर्ताओं ने बाकायदा व्यवधान की शिकायतें दर्ज कराईं।

डिजिटल गतिविधियों पर नजर रखने वाले मंच ‘डाउनडिटेक्टर’ ने कहा कि अपराह्न तीन बजे के करीब चैटजीपीटी टूल के इस्तेमाल में दिक्कतें आनी शुरू हुईं और इसका असर तेजी से बढ़ता गया।

अकेले भारत में ही तकनीकी व्यवधान की लगभग 800 शिकायतें दर्ज कराई गईं। भारत से दर्ज कराई गई 88 प्रतिशत शिकायतें चैटबॉट के सवालों के जवाब न देने से संबंधित थीं। वहीं आठ प्रतिशत लोगों ने मोबाइल ऐप के साथ समस्याओं की सूचना दी जबकि तीन प्रतिशत ने एपीआई से संबंधित समस्याओं का सामना किया।

चैटजीपीटी के इस्तेमाल का प्रयास करने वाले उपयोगकर्ताओं को बार-बार खेद जताने वाले संदेश देखने को मिल रहे थे। इनमें ‘हम्म…कुछ गलत हो गया है’ और ‘नेटवर्क में गड़बड़ी हुई। कृपया अपना कनेक्शन जांचें और दोबारा प्रयास करें।’ जैसे संदेश शामिल हैं।

जल्द ही यह व्यवधान सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया। परेशान उपयोगकर्ताओं ने इस बारे में मीम्स साझा किए, निराशा जताई और रोजमर्रा के काम के लिए एआई टूल पर बढ़ती निर्भरता को भी बयां किया।

चैटजीपीटी का विकास करने वाली कंपनी ओपनएआई ने इस तकनीकी व्यवधान को स्वीकार करने के साथ ही कहा कि चैटजीपीटी और उसका टेक्स्ट-टू-वीडियो मंच सोरा दोनों ही इससे प्रभावित हुए हैं।

ओपनएआई ने कहा, ‘कुछ उपयोगकर्ता सूचीबद्ध सेवाओं में उच्च त्रुटि दर और देरी का अनुभव कर रहे हैं। हम इस मामले की जांच जारी रखे हुए हैं।’

हालांकि, इसने तकनीकी व्यवधान की समस्या दूर करने के लिए कोई विशिष्ट समयसीमा नहीं बताई।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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