नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में 417 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर को मंजूरी दी है। बुधवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
यह क्लस्टर उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, वाहन और औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स, चिकित्सा उपकरण, कंप्यूटर हार्डवेयर और संचार उपकरण जैसे प्रमुख क्षेत्रों में विनिर्माण का समर्थन करेगा।
स्टार्टअप और एमएसएमई, प्लग-एंड-प्ले इन्फ्रास्ट्रक्चर (उपयोग के लिए तैयार ढांचा) और साझा सुविधाओं तक पहुंच प्राप्त करने में सक्षम होंगे, जिसमें मानक फैक्टरी शेड, बिजली, पानी की व्यवस्था, सीवेज ट्रीटमेंट, आवास, कौशल विकास केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र आदि शामिल हैं।
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस परियोजना से विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे का निर्माण होगा और 15,000 नौकरियां पैदा होंगी।
क्लस्टर को यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और आगामी पलवल-खुर्जा एक्सप्रेसवे के साथ रणनीतिक रूप से तैनात किया जाएगा। यह स्थल रेलवे स्टेशन और जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जैसे प्रमुख परिवहन केंद्रों के भी करीब है।
बयान में कहा गया है कि ईएमसी मेडिकल डिवाइस पार्क, एमएसएमई और अपैरल पार्क तथा एविएशन हब जैसे महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्रों से घिरा होगा।
उत्तर प्रदेश में स्वीकृत ईएमसी (इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर) 2.0 परियोजना का विकास यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा किया जाएगा। क्लस्टर 200 एकड़ में फैला होगा और इसमें 2,500 करोड़ रुपये का निवेश आने की उम्मीद है।
वैष्णव ने कहा, “यह भारत में विनिर्माण को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है। यह रोजगार सृजन और एक विकसित भारत के निर्माण पर सरकार के मुख्य ध्यान को दर्शाता है।”
लगभग 22 ईएमसी कार्यान्वयन के अधीन हैं, जिन्होंने 520 कंपनियों से निवेश आकर्षित किया है और 86,000 से अधिक नौकरियां पैदा की हैं।
बयान के अनुसार, ईएमसी योजना के तहत परियोजनाओं में लगभग 30,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।
भाषा अनुराग अजय
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