नयी दिल्ली, 22 अप्रैल (भाषा) चालू वित्त वर्ष में सीमेंट की कीमतों में 2-4 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे कंपनियों को अपनी बिक्री से होने वाली प्राप्ति को बढ़ाने में मदद मिलेगी। साख निर्धारण एजेंसी क्रिसिल की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
इसके अलावा, रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में सीमेंट की मांग 6.5 से 7.5 प्रतिशत तक बढ़ेगी, जो कि मुख्य बुनियादी ढांचे, ग्रामीण आवास परियोजनाओं और सामान्य से अधिक मानसून के मद्देनजर बजटीय आवंटन में की गई वृद्धि से प्रेरित होगी।
इसमें कहा गया, ‘‘सीमेंट क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष में 6.5-7.5 प्रतिशत मांग बढ़ने की उम्मीद है, जो कि मुख्य बुनियादी ढांचा मंत्रालयों के लिए बजटीय आवंटन में 10 प्रतिशत की वृद्धि और इस उम्मीद से प्रेरित है कि सामान्य से अधिक मानसून से कृषि लाभप्रदता को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ग्रामीण आवास की मांग बढ़ेगी।’’
क्रिसिल इंटेलिजेंस के एसोसिएट निदेशक सचिदानंद चौबे ने कहा, ‘‘अवसंरचना और आवास मंत्रालयों के लिए पूंजीगत व्यय आवंटन में वृद्धि के कारण सभी क्षेत्रों में मांग में उछाल की उम्मीद है। इस तेजी से दो साल की सुस्ती के बाद चालू वित्त वर्ष में कीमतों में वृद्धि को समर्थन मिलने की उम्मीद है। हालांकि, बाजार हिस्सेदारी के लिए प्रतिस्पर्धा अभी भी कड़ी है, लेकिन हमारा अनुमान है कि 2-4 प्रतिशत की मामूली कीमत वृद्धि होगी क्योंकि कंपनियां अपनी प्राप्तियों में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।’’
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.