नयी दिल्ली, 22 मई (भाषा) केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ओला कैब्स और रैपिडो जैसी ऑनलाइन कैब सेवा प्रदाताओं की जांच कर रहा है। इसका मकसद यह पता लगाना है कि क्या इन मंचों पर ग्राहकों से यात्रा के पहले ही ‘टिप’ लेने की अनुचित व्यापार गतिविधियां चलाई जा रही हैं।
सीसीपीए ने बुधवार को भी ऐप-आधारित कैब सेवा प्रदाता उबर को जल्दी सेवा के लिए उपयोगकर्ताओं को अग्रिम ‘टिप’ देने को कथित तौर पर ‘मजबूर’ करने के लिए नोटिस जारी किया था।
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “सीसीपीए ओला कैब्स और रैपिडो बाइक ऐप जैसे अन्य ऐप की भी जांच कर रही है कि कहीं वे इस तरह की गतिविधियों में लिप्त पाए गए तो उन्हें भी नोटिस दिया जाएगा।”
जोशी ने बुधवार को कहा कि यात्रा बुकिंग के पहले ही ‘टिप’ लेने की प्रथा बेहद चिंताजनक है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “उपयोगकर्ताओं को त्वरित सेवा के लिए अग्रिम ‘टिप’ देने के लिए मजबूर करना या उकसाना अनैतिक और शोषणकारी है। इस तरह की हरकतें अनुचित व्यापार प्रथाओं के अंतर्गत आती हैं।”
उन्होंने कहा कि ‘टिप’ का मतलब सेवा पूरी होने के बाद जताया जाने वाला आभार है, न कि पहले ही मिलने वाला हक।
भाषा अनुराग रमण प्रेम
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